1 Aug 2013
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आज तेरी यादका मौसम है
भीगे पत्तो पर पानीकी बुन्दे
चांदनीकी किरणे है या नूर
रेशमी पलकोपे सपने तेरे
हारना ही था तेरे इश्कमे
कानोमे कुछ केह दिया है उसने
इन्तेज़ार और नही और नही
मैं उन आंखोका सपना हुं
aaj teri yadka mausam hai
bhige pattope paaniki bunde
chandiniki kirane hai noor
reshami palkope sapane tere
harna hi tere hatho ishqme
kaanome kuch keh diya hai usne
intezar aur nahi aur nahi
mai un aankhoka Sapana hun
9 Jul 2013
खुदा
तुं फुल फूल पात पात है
तुं शाख शाख डाल डाल है
ए खुदा तुं ही आसपास है
झरनोकी झर झरमे तुं है
बादे सबाकी सर सरमे तुं है
ए खुदा तुं ही आसपास है
बारिशकी ठंडी फूवारमे तुं है
ओसके मयारमे तुं ही तुं है
ए खुदा तुं ही आसपास है
पर्वतकी हर् बुलंदीमे तुं है
खुदमे है और खुदीमे तुं है
ए खुदा तुं ही आसपास है
बहारोमे तुं खिजा*में तुं है
हर गुलशनमे फिजा*मे तुं है
ए खुदा तुं ही आसपास है
लो मेरा दिल खाली किया
मेरे नफसको मैने मार दिया
ए खुदा तुं ही आसपास है
तेरा महिना रमजान आया
ए खुदा तुं ही तुं हर सुं छाया
ए खुदा तुं ही आसपास है
सपनाको ना किसीसे बैर है
सपनाके लिये ना कोई गैर है
ए खुदा तुं ही आसपास है
सपना विजापुरा
2 Jul 2013
दिल तो बच्चा है
दिलको बाहेर जानेसे रोक लेते है एक बच्चेकी तराह
चोंट लगेगी ऐसा उसे समजाते है एक बच्चेकी तराह
इश्ककी पाठशालासे घभरा जाता है दिल जब मेरा
दिलको इम्तेहानमे डाले रखते है एक बच्चेकी तराह
रातके अंधेरोसे तन्हा डर जाता है दिल जब तो
उसे सिनेसे लगाके सेहलाते है एक बच्चेकी तराह
कोइ प्यारासा खिलौना देखके जब बहेक जाता है दिल
उसे मज़हबकी बातोमे उलजाते है एक बच्चेकी तराह
नई सुबहके जब येह ख्वाब देखने लगता है तो
उसे तारिकीयोसे डरा देते है एक बच्चेकी तरह
दिल तो बच्चा है जी , उसे समजानेके लिये हम
बाज़ी-ए- अतफाल खेला करते है एक बच्चेकी तराह
‘सपना’की गोदमे पला बडा हुआ है येह दिल
फिर भी उसे कही रखके भूल जाते है एक बच्चेकी तराह
dilko bahaar jaanese rok lete hai ek bachcheki tarah
chot lagegei aisa use samajaate hai ek bachcheki tarah
ishqki paathshalase ghabhara jata hai jab dil mera
dilko imtehanme dale rakhate hai ek bchcheki tarah
ratke andherose tanha dar jata hai dil jab to
use sinese lagake sehalate hai ek bchcheki tarah
koi pyarasa khilauna dekhke jab bahek jata hai dil to
use mazahabki batome ulajate hai ek bachcheki tarah
nai subahake jab yeh khwaab dekhane lagata hai to
use tariqiyose dara dete hai ek bachcheki tarah
dil to bachcha hai ji use samajaaneke liye ham
baazi-e- atfal khela larate hai ek bachcheki tarah
‘sapana’ki godame pala bada huaa hai yeh dil
fir bhI use kahi rakhake bhool jate hai ek bachcheki tarah
Sapana Sapana
26 May 2013
दुआ होती है
लबोपे मेरे तेरे लिये बस दुआ होती है
तेरी फितरतमे लेकिन कहा वफा होती है
मरनेवाले मर ही जाते है तेरे प्यारमे
जानसे खेलना किसीकी अदा होती है
कभी इन तन्हाइको भी मेहसुस करो
सन्नाटेकी भी खामोश सदा होती है
खुदाकी आदत है माफ करना बंदोको
जानता है वोह हर बंदेसे खता होती है
सांसकी आवन जावनमे भी तेरी कुदरत
और क्या इनायते मुज़ेह अता होती है
सुबह होते ही जाने कहासे आ जाते है
इन्सानसे मीठी पंछीकी सदा होती है
महोबतका गुनाह हो ही गया है हमसे
देदो अगर महोबत करनेकी सजा होती है
मर्ज़े- इलाज़े वहेम कहा है दुनियामे अभी
तूटा है एतबार, ना फिर उसकी दवा होती है
उसे छुनेकी तमन्नामे बरसो बीत गये
देखते ही लरज़ जाना मेरा,हया होती है
दुनियाके कामकाज़, और ‘सपना’ रानी?
दोस्तो,कहा उससे यह सब ज़फा होती है
सपना विजापुरा
labope mere tere liye dua hoti hai
teri fitaratme lekin kaha wafa hoti hai
maranewale mar hi jate hai pyarme
janse khelana kisiki ada hoti hai
kabhi in tanhaiko bhi mehsoos karo
sannateki bhi khamosh sada hoti hai
khudaaki aadat hai maf karana bandoko
jaanta hai woh har bandese khata hoti hai
sanski aavan javan me bhi hai teri kudrat
aur kya inayate mujeh ata hoti hai
subah hote hi jane kahase aa jate hai
insanase mithi panchiki sada hotI hai
mahobatka gunah ho hi gaya hamase
dedo agar mahobat karnekI saza hoti hai
marz-e-ilaje vahem kaha hai duniyame abhi
tuta hai eetabar, na fir uski dawa hoti hai
use chuneki tamnname baraso beet gaye
dekhate hi laraz jana mera, haya hoti hai
duniyake kamkaj aur ‘Sapana Rani’?
dosto, kaha usse yah sab zafa hoti hai?
Sapana Sapana
13 Apr 2013
मुजेह ले चलो
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहांं
महोबतके नामसे जानसे जाते है जहांं
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
दिलोको ना कुचले जाते है जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
आंसुओको मोती समज़े जाते है जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
औरतको लोग देवी माने है जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहा
बेटियोके दामन चाक ना होते है जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
धर्मके नामपे इन्सान ना काटे जाते हो जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
बंदे और खुदा मिल जाते है जहां
मुजेह ले चलो मुजेह ले चलो वहां
सपनाके सपने सच्चे होते है जहां
सपना सपना
23 Jan 2013
face book
yeh diloki sargoshiya janate hai
apanose chupaya hua raz janate hai
samjate the is jahame nahi koi apana
hamari khushiya aur gam bantate hai
khudane achcha zariya banaya hai
sabko ek hi dhagese bandhate hai
shero-shayari nahi yeh dilke chale hai
jo benam chaherome ham bantate hai
nahi jante yeh kaun hai aur kahase hai
benam chaherose dosti bhi nibhate hai
ranjo-gam fariyad hamaari sunate hai
diloke marz par marham lagate hai
zaruri nahi namke sath koi chahera juda ho
anajane nam aur chaherpe jan lutate hai
chaman chamanse nikalke laye hai ham
sare phool dostike jolime muskurate hai
koi hai zahida to koi hai puja to koi mariya
ham to bas mahobatka mazahab nibhate hai
face book hai ya rishtoka mela laga hua
sari duniyako ham rishtedar banate hai
‘sapana’ ab na sochakar iske barame tu
apane hi to apnoke kam aate hai
Sapana Sapana
7 Dec 2012
सराब कोइ
उन आंखोकी लाये ताब कोई
पा सकु ना है वोह सराब कोइ
मदभरी उन आंखोमे है नशासा
जैसे सागरमे हो शराब कोइ
बुत परस्ती भी चाहे मै कर लु
है खुदाका मगर जवाब कोई
उंगलीयोपे जो गिन रहे है गुनाह
उनका भी तो करे हिसाब कोई
कत्लका जाल बिछ गया हर सुं
खल्कपे देख ले अज़ाब कोइ
खूली आंखोका सपना है देखो
कभी आये बनके ख्वाब कोई
सपना विजापुरा
5 Jul 2012
व्यापार
किसीको कीसी पर भी एतबार ना होता
किसीके दिलमे अगर थॉडा प्यार ना होता
अ्च्छा है तस्सवुरपे कोई भी पाबंदी नही
वरना शाय्ररके खयालातका इज़हार ना होता
किसकी है तलाश बेसबरीसे हमे शबो रोज
काश हमे भी किसिका इन्तेज़ार ना होता
इस जहामे वफा की तलाश ना कर ए दिल
गर वफा होती तो सरे आम बाज़ार ना होता
दिल तो खूब सस्ती चिज़ है..यह क्या मांगा
नुकसानी कर ली आपने एसे व्यापार ना होता
सपना अब रुसवाईसे ना बच सकेगी देखना
आपने ऐसे देखा ना होता दिल बेकरार ना होता
सपना विजापुरा
७-०४-२०१२
7 Feb 2012
धरती
तूजेह बनाया गया है मेरे लीये
तुं अबसे पहेले खुदाके सपनोमे बसती थी
तुं बनके हकिकत आ गई है इस ब्रहांडमे
तुं चमकती परी जैसी, फूलो जैसी महेकती
तुं बीज़को उगाती तुं पौधोको सेहलाती
तेरे अंदर खज़ाने भरे हीरे मोती
और इन्सानका सबसे मनपसिंदा तेल
तुं सबको बांटती रेहती…
खेत खलियान भरे पडे..
फल फूल तरकारी सबके लिये सबके लिये
किसीसे बैर नही किसीसे उंच नीच नही
जब ईन्सान जीके थक जाता है
अपनी आगोशमे ले लेती है…
अनगीनत मुर्दे है तेरी आगोशमे
तेरी सबरकी इन्तेहा नही..तेरे प्यारकी इन्तेहा नहीं
मांसे भी प्यारी है मेरी धरती मां
लेकीन हमने तेरा क्यां किया?
तेरी छाती पर रेखाये खींची
कही भारत कही इरान बनाया
बमके धमाकोसे तेरी आगोशको ज़ख्मी किया
तेरे बहते धारेको मौड दिया
तेरे जंगल काटके रस्ते बनाये
तेरे पर पडती अमृतधाराको रोक दिया
फिर भी तुं सबरसे देती रहती है
कभी तुं रूठती नहीं
कभी तु सूरजके इर्दगिर्द घुमना छोडती नहीं
कभी चांदको अपने आकर्षणसे नीकालती नही
तुं मेरे लिये कितने दुख जेलती है
तूजेह बनाया गया है मेरे लिये
तुं अबसे पहेले खुदाके सपनोमे थी कही
सपना विजापुरा
१-२३-२०१२
8 Oct 2011
तन्हाइयां
तेरी चाहत मिले मुजेह यह मेरा नसीब नहीं
मेरी चाहत मिले तुजेह यह तेरा नसीब नहीं
खुदाने बनाये अपने अपने नसीब मुख्तलिफ
न तुं मेरा नसीब है न मै तेरा नसीब हुं
जब शामके रंग उतर चुके तब आये
जब रातके अंधेरे उतर आये तब आये
आंखोने इन्तेजार छोड दिया तब आये
जब आरज़ुने दम तोड दिया तब आये
लोग कहते है सुननेकी आदत डाल
दिल हि दिलमे रोनेकी आदत डाल
अल्फाज़ खंज़रकी तरह उतरते है सिनेमे
मुर्दा बनके तुं जिनेकी आदत डाल
जिनकी सुबह आंसुओसे शुरु होती है
जिनकी शाम अंधेरोमे खो जाती है
कहिये ऐसे लोग कहा जाते होगे?
जिनकी जिंदगी बेवज़ह गुज़रती है
ख्वाबोके ताज़महल तूटते लब्ज़ोसे
रिश्तोके शिशमहल तूटते लब्ज़ोसे
‘सपना’ तुं बस खमोश हो जा अब
दिलोके नाज़ुक तार तूटते लब्ज़ोसे
सज़देसे सर नहीं उठाउंगी
मै खाली हाथ नहीं जाउंगी
ऐ खुदा तुं है करीम बडा
करम कर वरना मर जाउंगी
सपना विजापुरा
१०-०७-२०११
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