5 Jul 2012

व्यापार

Posted by sapana


किसीको कीसी पर भी एतबार ना होता
किसीके दिलमे अगर थॉडा प्यार ना होता

अ्च्छा है तस्सवुरपे कोई भी पाबंदी नही
वरना शाय्ररके खयालातका इज़हार ना होता

किसकी है तलाश बेसबरीसे हमे शबो रोज
काश हमे भी किसिका इन्तेज़ार ना होता

इस जहामे वफा की तलाश ना कर ए दिल
गर वफा होती तो सरे आम बाज़ार ना होता

दिल तो खूब सस्ती चिज़ है..यह क्या मांगा
नुकसानी कर ली आपने एसे व्यापार ना होता

सपना अब रुसवाईसे ना बच सकेगी देखना
आपने ऐसे देखा ना होता दिल बेकरार ना होता

सपना विजापुरा

७-०४-२०१२

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10 Responses to “व्यापार”

  1. इस जहामे वफा की तलाश ना कर ए दिल
    गर वफा होती तो सरे आम बाज़ार ना होता…
    बढिया शेर..

     

    Heena Parekh

  2. हिन्दीमें भी अच्छी और सराह्नीय कोशिश…!!
    मेरी नई हिन्दी ग़ज़लके लिये ०७.०७.२०१२ का ‘आस्वाद’ देखिये…

     

    Ashok Jani

  3. किसीको कीसी पर भी एतबार ना होता
    किसीके दिलमे अगर थॉडा प्यार ना होता

    सपना अब रुसवाईसे ना बच सकेगी देखना
    आपने ऐसे देखा ना होता दिल बेकरार ना होता
    बहोत अच्छी गझल…

     

    dilip

  4. सपनाबेन क्या बात है . थोडेी उर्दु जबानेी हमको भेी शिखादो…

     
  5. क्या बात है..

     
  6. इस जहामे वफा की तलाश ना कर ए दिल
    गर वफा होती तो सरे आम बाज़ार ना होता…….

    ખુબજ સરસ શેર …. મઝાની રચના……

     

    Narendra Jagtap

  7. The honesty of your ptsoing is there for all to see

     

    Padhiyar

  8. Bahot Khoob gazal Sapanaji

     

    Shenny Mawji

  9. बहुत खूब सपना सपना जी बहुत अच्छे

     

    Aleem Uddin

  10. Vaah…kyaa baata hai sapna….I like this gazal completely. each sher is lajavaab.

     

    Devika

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