1 Sep 2013
बुज़ते दियेसे रोशनीकी तलाश ना कर
सेहरा है येह सेहरा!! जिंदगी मेरी विरान है
अब होंसला नही और गम उठानेका मुज़मे
पानीका बुलबुला है, ज़िदगी पल दो पल है
‘सपना’ नाम रख लेनेसे सपने पूरे नहीं होते
Leave a Reply
-
Browse
or
आ चल, तुझे लेके चलु सपनोके नगरमे
1 Sep 2013